श्याम की बंसी प्रेम हो राधा
ताल छंद लय भाव हो राधा
मुरली का तुम मधुर तान हो
प्रेम सुधा ब्रज धाम हो राधा!!
कृष्ण प्रेम का नाम हो राधा
मनमोहन का मान हो राधा
जनम जनम की निश्चलता का
भक्ति प्रेम सम्मान हो राधा!!
निधिवन का अनुराग हो राधा
बरसाने का प्रयाग हो राधा
प्रेम का जीवन रूप मनोहर
ग्वालों का परिवार हो राधा!!
यमुना तट की प्रीत हो राधा
बंसी वट का गीत हो राधा
कान्हा की तुम याद में बसती
निधिवन का संगीत हो राधा!!
-सौमित्र तिवारी