गत 22.02.2025 (शनिवार ) को प्रातः 11.30 बजे से ‘अट्टहास’ पत्रिका के प्रमुख संपादक अनूप श्रीवास्तव की स्मृति में एक सभा का आयोजन साहित्य अकादमी , फिरोजशाह रोड , नई दिल्ली ( तृतीय तल सभागार ) में किया गया | इस सभा की अध्यक्षता दिल्ली हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष और सुविख्यात कवि सुरेंद्र शर्मा ने की |
सर्वप्रथम अनूप श्रीवास्तव के चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत सभी ने पुष्पांजलि अर्पित की | मेरा उनसे परिचय मात्र छह महीने पुराना है जब मैं ‘अट्टहास’ के वार्षिक कार्यक्रम में मिली थी |लेकिन उन्होंने मुझे अपनी छोटी बहन की तरह से स्नेह दिया और मैं भी उनको अपने बड़े भाई ‘दादा’ कहकर सम्मान करती रही | वह हमेशा मुझे लिखने के लिए प्रेरित करते थे | मेरी रचना को उन्होंने मुझसे मांगकर लिया और उसे ‘अट्टहास’ में स्थान दिया |
अब उनकी मुझे कमी खल रही है|’ वे गत चालीस वर्षों से व्यंग्य लेखन हेतु ‘अट्टहास’ शिखर और युवा पुरस्कार दे रहें थे और पच्चीस वर्षों से ‘अट्टहास’ का निर्बाध मासिक प्रकाशन करना कोई छोटी बात नहीं है | इस अवसर पर वरिष्ठ व्यंग्यकार हरीश नवल, प्रेम जनमेजय, सुभाष चंदर, श्रवण कुमार उर्मलिया, रणविजय राव, राजेंद्र सहगल एम.एम.चंद्रा ,सुनील कुमार जैन राही, कथाकार बलराम अग्रवाल , डॉ.कीर्ति काले, गोपाल मिश्रा,अश्विनी कुमार, शैलेन्द्र कपिल, अंजू निगम, मेजर जनरल विनोद द्विवेदी,सूक्ष्म लता महाजन, राजेंद्र कुमार महाजन, विनय विक्रम ‘मनकही’, श्रीमती स्तुति कक्कड़ ,सुश्री पूनम झा, रंजना अग्रवाल, प्रदीप माथुर, मोहित सिन्हा, निशि मिश्रा, महेंद्र भीष्म, आलोक वर्मा, ओम प्रकाश शुक्ला, मोनालिसा मुखर्जी, अरविंद असर सहित कई साहित्यकार , पुत्री शिल्पा श्रीवास्तव , दामाद सुधांशु माथुर नाती अविका माथुर तथा कई घनिष्ट मित्र एवं निकट सम्बन्धी भी इस सभा में उपस्थिति हुए |
अंत में अनूप श्रीवास्तव जी की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखने के पश्चात यह श्रद्धांजलि सभा विसर्जित हो गई | सभा का संचालन ‘अट्टहास’ के कार्यकारी संपादक रामकिशोर उपाध्याय ने किया |
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पूनम झा