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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

ये देश अजब-गजब है

साहिल पर बैठ कर, दरिया की लहरों में
देख लो जन्नत की, तस्वीर अजब-गजब है
खेतों में दूर तलक,हरी हरी चादर में
हंसती और खेलती, तकदीर अजब-गजब है

वादियों में नृत्य करें, बादलों की नर्तकी
छेड़ दें फिजाओं में, प्रीत अजब-गजब है
सरसराती हवाएं,कल कल जलधार संग
महक सी बिखेरती,गीत अजब-गजब है

मरुथल की धूल में,देखो जरा लिपट कर
मां की नरम आंचल की, प्रीत अजब-गजब है
एक लाल सीमा पर,दूसरा भी भेज दूं
वीर माता पिता की,रीत अजब-गजब है

अलग-अलग जातियां, अलग-अलग संस्कृति
अलग आस्थाओं की लकीर, अजब-गजब है
अलग-अलग धर्म पंथ,देश की अखंडता की
बांधे रखे हैं कोई, जंजीर अजब-गजब है

देश की मिट्टी को, चूम चूम गातें है
भरा हुआ सीने में,आन अजब-गजब है
जीना है मरना है,देश के लिए ही
हर माथे लिखा है,शान अजब-गजब है

सर पे हिमालय की, हीरे का ताज है
ऊंची है देश प्रेम,राग अजब-गजब है
पांवों में सागर की, झांझर का राज है
गहरी मनभाव में, त्याग अजब-गजब है

समता और ममता की,दया और धर्म की
भाव है जगी जगी, परिवेश अजब-गजब है
दुश्मन को बार-बार,करता है सावधान
अद्भुत संस्कार भरा,देश अजब-गजब है।।

🇨🇮।।जय हिन्द।।🇨🇮


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सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

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सुभाष कुमार यादव said

उत्कृष्ट रचना।👌👌

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

बेहतरीन रचना! शानदार कलाम! बहुत ख़ूब! अजब! ग़ज़ब! 👌👌👏👏❤️🙏

उपदेश कुमार शाक्यावार said

वाह... भाव विभोर करती पंक्तियाँ

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

उपदेश जी, सुभाष जी, परवेज जी,सादर नमस्कार! रचना के भावों को सम्मान देने के लिए हृदय से धन्यवाद, आभार 🙏🌹

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