वक्त!
ज़ख्म देने वाला भी यही
मरहम लगाने वाला भी यही
क्षण में झोलियाँ भर देता
क्षण में भिखारी बना देता
कभी किसी का दोस्त बन जाता
कभी किसी का दुश्मन बन जाता
लेकर परीक्षा पल पल हर पल
जीवन को एक यही सीख देता
जो सुख मिले बेशुमार तो सादगी रखना
जो दुख मिले अपार तो संयमता रखना
ठहराव ही प्राणी की शक्ति है
प्रतिभा रख कर ऐसी
अपने जीवन की हर दहलीज़ को तुम पार कर जाना ..
वन्दना सूद