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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

उसे पिता अब्बा फादर कहतें हैं...

ना आने देगा वो तुम पर कोई भी मुसीबत
तुम यूं ही आसमानों में उड़ते रहोगे।
है वह पिता जब तक, तुम यूहीं आसमानी को छूते रहोगे।
वो ले लेगा तुम्हारी सारी बलाईयां
तुम्हें उफ तक ना करने देगा।
भर देगा खुशियां इस क़दर की कभी
आंसू भी ना निकलने देगा।
उसकी बाजुओं की ताकत है या कहो
आशीर्वाद तुम्हारे लिए
वो जब जब भी उठता है तुम्हें कभी
हारने ना देगा।
है वह पिता तुम्हारा वह सबकुछ देकर भी
तुम्हें कुछ ना कहेगा।
वो जब तक ज़िंदा रहेगा
तुम्हारे लिए हीं सोंचेगा।
यारों याद रखना इस दुनियां में
दिल से तरक्की विकास खुशी तुम्हारे लिए
तुम्हारा पिता हीं चाहेगा।
बाकि सब आस्तीन के सांप हैं ।
जो तुम्हें अच्छें लगते हैं, पर ,
हैं ये सब के सब मौकापरस्त
बुरा वक्त आते हीं ये सब डसते हैं।
पिता जब तक जिंदा हैं
तब तक इनसे हिफाज़त करतें हैं।
हैं वह पिता जो राहें जिंदगी की आसान
करतें हैं..
जिंदगी के काटो को दूर करतें हैं।
वो गल जाते पिघल जाते
बच्चें के लिए पापा क्या नहीं करतें हैं...
हंसते हंसते सब सहते सहते एक दिन
दीवारों पे टंगतें हैं....
सारी उमर उमंग जोश परिवार को समर्पित करतें हैं..
पापा हमारे लिए सबकुछ करतें हैं
कभी शेर तो कभी घोड़ा बनते हैं।
जीवन के अंतिम पड़ाव में भी
हम बच्चों से कुछ भी ना चाहतें हैं।
बस हम सभी मिलजुलकर रहें
यही चाहतें हैं और अगर दुनियां में दोस्तों..
रब खुदा भगवान है तो उसे
पिता अब्बा फादर कहतें हैं...
उसे पिता अब्बा फादर कहतें हैं....




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Waah Anand sir bahut khoob soorati se aapne pita ko paribhasit Kiya h

Bhushan Saahu said

Dil chu gayi aapki rachna..ek pita to apne aap m bhagwan ha.

Komal Raju said

Papa dunia ka sabse anmol hira hain. 👏👏

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