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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

धडकन - नेत्र प्रसाद गौतम

प्रेमी-
हे जानु इस लडके के साथ घूम रही हाे
अरे क्याें तुम इसी से झूम रही हाे
मैं तुमकाे बहुत प्यार करता हूं
कसम से तुमारे लिए मरता हूं
अगर तुम न मिली ऐसा कर सकता हूं
नदी में छलाङ् लगा कर मर सकता हूं

प्रेमिका-
मैं कैसे मानूं ऐसा कराेगे
विस्वास ही नहीं मेरे लिए मराेगे
इसी लिए मेरे दिल से तुमकाे फेंक दिया
ये दिल में इस लडके काे रख लिया
क्याें कि ये तुम से पहले मर कर आया है
इस कारण ये लडका मुझकाे भाया है

प्रेमी-
हे जानु एक बार जाे मर कर जाता है
वह वापस कभी नहीं आता है
इस कमबखत लडकेे ने ताे मेरा दिमाग खाया
तुमारे लिए ये कैसे मर कर आया

प्रेमिका-
सुनाे मेरे लिए इस लडके ने नदी में छलाङ लगाया
ये ताे मरने ही वाला था किसीने इसकाे बचाया
मुझे भी इसके उपर बहुत दया आया
फिर क्या करती जा कर इसे गले लगाया
अब तुम आगे -पीछे चक्कर न लगाओ यार
मुझे छाेडाे जहां जाना है जाओ यार
अब ताे ये लडका जीवन है जीवन क्या
ये मेरा धडकन है ये मेरा धडकन है......

----नेत्र प्रसाद गौतम




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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Muskan Kaushik said

बहुत खूब बहुत सुंदर लिखा

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

suprbhat shriman hasya hai ya vyang ye nahi samjh paaya lekin message samjh Gaya aapki rachna ka.

Raman Pratap said

waah Aaj kal ke premi premikaon ka kya hi kahna

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