रिश्ता कायम नाम का जानकर सुकून में।
दिल को सम्हाल लिया एक नये जुनून में।।
इंतज़ार खत्म हुआ रूठना मनाना किसे।
नई आपाधापी शुरू नई राह के जुनून में।।
अपनी पहचान के लिए तैयार कर लिया।
हौसला काम आया सफलता के जुनून में।।
आत्मनिर्भर के खुमार में पागल 'उपदेश'।
उलझनो को सह रही उन्नति के जुनून में।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद