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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

दोस्त से मिलने का इंतज़ार

दोस्त से मिलने का इंतज़ार
मिले इस सफ़र में
दोस्त अनगिनत
कुछ अच्छे कुछ ख़ास बने
एक ऐसा मिला
जो हवा के झोंके सा आकर चला गया
कहाँ से आया ,कहाँ को गया
न कोई खबर ,न ही कोई पता मिला उसका
कुछ ही शब्दों से
ज़िन्दगी के मायिनें बदल गया
मुझसे मेरी पहचान करवा गया
ऐसा दोस्त जो साथ न होकर भी
हर पल मेरे साथ रहा ..

सखी ,सहेली ,संगिनी का सही अर्थ समझा गया
दोस्ती का फर्ज निभा कर ,न चुकाया जाने वाला कर्ज़ चढ़ा गया
ज़िन्दगी का कैसा खेल है
जहाँ दोस्तों की महफ़िल में दोस्तों की कमी नहीं दिखती
वहाँ मेरा एक दोस्त ही न जाने कहाँ खो गया
इतने सालों में भी मेरी यादों से वो कहीं नहीं गया
मैं उसे याद हूँ ?यह भी मुझे नहीं पता
पर आज भी मेरे दिन की पहली दुआ उससे मिलने की होती है
यक़ीन हैं मुझे मेरे इंतज़ार पर
न आस छूटेगी न ही यह सांस छूटेगी,उससे मिलने से पहले..
वन्दना सूद


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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रीना कुमारी प्रजापत said

Bilkul sahi kaha didi apne ek aisi hi dost meri bhi hai jo bahut yaad aati hai par uska koi pata nahi बहुत सुंदर happy friendship day 💐

वन्दना सूद replied

Happy friendship day❤️

श्रेयसी said

Bahut khub, Happy friendship day😊🤗

वन्दना सूद replied

Happy friendship day ❤️

Tulsi patel said

आपको आपके दोस्त से मुलाकात अवश्य हो हम ऐसी दुआ करते हैं।।

वन्दना सूद replied

Shukriya ma’am 😊

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