बड़ी जालिम है ये दुनिया,
तुम्हे हँसने भी नहीं देगी,
और रोने भी नहीं देगी।
कर ले कितनी भी कोशिशें,
इन जख्मों को भरने भी नहीं देंगी ।
रखकर हौंसला तू चढ़ भी जाएगा पर्वत पर फिर भी ताने मार तुझे नीचे गिरने ही देगी। मूर्ख मत समझना "सुप्रिया" की जुबान को, क्योंकि ये दुनिया तुम्हें जीने नहीं देगी।।
- सुप्रिया साहू