इंसानियत
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात "
इंसानियत का रंग बिखेरो तुम,
हर दिल में प्यार की खुशबू भरो।
नफरत की आग बुझाओ तुम,
भाईचारे का दीप जलाओ तुम।
भेदभाव की दीवारें तोड़ो,
एकता का गीत सुनाओ तुम।
दुखियारों के आँसू पोंछो,
खुशियों के फूल खिलाओ तुम।
सेवा और समर्पण का,
पाठ सभी को पढ़ाओ तुम।
मानवता की राह पर चलकर,
सच्चा इंसान कहलाओ तुम।