तुम मानो या ना मानो महोब्बत कम होंगी
जमीं पर बारीश की सौगात कभी कम ना होंगी
ये बात अलग हे सब महोब्बत को जानते नहीं
जो सिर्फ हुस्न पर मरते हे उनकी फजीहत होंगी
आज पागल अंधी को भी आक्रांता छोड़ते नहीं
हवस पर मरनेवालों की हालत कुत्ते जैसी होगी
अगर समज में आई बात तो ईश्वर भी माफ़ करेगा
वर्ना नर्कलोक में भी तुम्हारे लीये जगह नहीं होंगी
के बी सोपारीवाला