ज़िन्दगी जैसी भी मिले उसे दिल से लगाने की चाह रखना
पूरे सम्मान से सम्भालने की कोशिश करना
कोई नहीं मिलेगा हाथ पकड़ कर तुम्हें सिखाने वाला
अपनी महत्वाकांक्षा से जीतने की राह ढूँढना
ज़िन्दगी के हर उतार चढ़ाव को अपना गुरु बना लेना
हर मुकाम को अपना अग्रिम पड़ाव मानना
ज़िन्दगी के हर ठहराव को परिवर्तन की राह समझना
परिवर्तन को अपनाकर जीवन का नया आगाज़ करना
वन्दना सूद