कानों में गूँजता,
शोर का तूफान हर तरफ शोर।
है मानो प्रलय का आगाज़,
गाड़ियों का हॉर्न।
फैक्ट्रियों की आवाज़ ,
ध्वनि प्रदूषण।
बढ़ता जा रहा है लगातार,
पक्षियों की चहचहाहट।
अब सुनाई नहीं देती ,
शांति कहाँ मिलेगी।
ये दुनियाँ ,
कहाँ ले जाती सिर दर्द।
तनाव, नींद नहीं आती,
ध्वनि प्रदूषण।
बीमारियाँ लाती,
हेडफोन लगाए।
लोग सुनते हैं ,
संगीत बेखबर हैं शोर के।
इस भयानक प्रभाव से,
शोर से बचने के लिए।
हमें करना होगा कुछ,
शांत वातावरण के लिए।