"ग़ज़ल"
हमें उन से मोहब्बत है मगर हम कह नहीं सकते!
हमें कहने की चाहत है मगर हम कह नहीं सकते!!
हमारी ज़िंदगी का हर पल उन के साथ ही गुज़रे!
यही इस दिल की हसरत है मगर हम कह नहीं सकते!!
हमारी जान जाती है और वो मुस्कुराते हैं!
अजब हमारी हालत है मगर हम कह नहीं सकते!!
उन्हें हम को सताने में मज़ा भी ख़ूब आता है!
हमें उन से शिकायत है मगर हम कह नहीं सकते!!
नज़र मिलती है जब उन से हमारा दिल धड़कता है!
इसी का नाम उल्फ़त है मगर हम कह नहीं सकते!!
हमें कहने की फ़ुर्सत है उन से हाल-ए-दिल अपना!
उन्हें सुनने की फ़ुर्सत है मगर हम कह नहीं सकते!!
हम उन के इश्क़ में 'परवेज़' अपनी जान भी दे दें!
लबों पे इक हक़ीक़त है मगर हम कह नहीं सकते!!
- आलम-ए-ग़ज़ल परवेज़ अहमद
© Parvez Ahmad
The Meanings Of The Difficult Words:-
*हसरत = अरमान या आरज़ू या तमन्ना (unfulfilled desire); *उल्फ़त = मोहब्बत (love); *हाल-ए-दिल = दिल का हाल (condition of heart); *लबों = होंटों (lips); *हक़ीक़त = सच्चाई (reality).