Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

सागर और हमारा मन - वन्दना सूद


कुछ कुछ सागर सा जीवन है अपना
जो अथाह जल सा विशाल
जिसकी लहरें उठती हैं और दूर बाहर तक आतीं
कभी धीमी, कभी तेज, कभी ऊँची बलखाती
धरती से टकराकर फिर वापिस सागर में मिल जातीं
कुछ को अपने साथ ले जातीं, कुछ को बाहर छोड़ जातीं
सागर का शांत स्वाभाव उसकी लहरों में
तूफान की ताकत को बयां नहीं होने देता

सागर सा ही हमारा मन
जो अथाह भावनाओं से भरा
जिसकी विचार रूपी लहरें आपस में टकरातीं
ममता, प्रेम, गिले शिकवे जिसकी तरंगें
जो पल पल हर पल उछाल खातीं
सब कुछ स्वयं में ही समेटकर स्वयं को नष्ट कर देतीं
सागर जैसा जीवन तो पाया पर
उसके जैसा स्वाभाव नहीं अपना पाया।

----वन्दना सूद


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत ही सुन्दर एवं उत्कृष्ट रचना

वन्दना सूद replied

धन्यवाद sir अपने comment से हमारा मनोबल बढ़ाने के लिए 🙏🙏

विभूति नारायण said

बहुत बढ़िया

वन्दना सूद replied

शुक्रिया प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए🙏🙏

फ़िज़ा said

Bahut Achcha likha Vandana mam aur बहुत-बहुत Mubarak Maine Lekh Padha aapki rachnaen Mujhe Pasand Aati Hai usmein aapka naam sammilit Dekhkar Mujhe atyant Khushi Hui

वन्दना सूद replied

Thankyou ma’am 😊अपनी सोच में हमें शामिल करने के लिए शुक्रिया

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन