मोहब्बतें इज़हार कोई बात नहीं होती
नज़रें पहचानती हैं दिल से की गई मोहब्बत
क्योंकि मोहब्बत .......
किसी चीज़ की मोहताज़ नहीं होती।
लबों से बोलने की कोई ज़रूरत हीं क्या
इशारों ने सबकुछ बयां कर दिया।
उसने कुछ ना कहा बस आदाओं से वार कर दिया।
घायल हो गया दिल बेकरार हो गया।
उसके पीछे मस्त मलंग हो गया।
बस यारों वह प्रेम रस में डूब गया
समझो जिंदगी की बैतरणी पार कर गया।
दोस्तों..दैहिक मिलन आकर्षण ज़रूरी नहीं
ये सब माया है माया तो छूमंतर हो जाती है
पर मन का मिलन अमर हो जाता है।
अरे यारों प्यार का कोई रूप रंग आकार नहीं होता है..
प्यार तो एक एहसास होता है जो अंतरात्मा
से महसूस किया जाता है ।
जब नज़रें मिलती हैं एक अंतरिक स्पंदन होता है जो पूरे तन बदन को आनंदित रोमांचित कर जाता है तब दिल खुशियों से भर जाता है और प्यार की बरसाते रातें शुरू हो जाती हैं।
जिसमें हर पल भींगने को दिल चाहता है।
और क्या है प्यार कुछ भी नहीं ..
सिर्फ़ एक एहसास फिर जीने की आस
कोई बन जाता है इस दिल का ख़ास
हर पल रहना चाहता है दिल जिसके आस पास।
प्यार का रिश्ता होता है ख़ास क्योंकि रखता है यह एक नई जीवन की बुनियाद
इसलिये प्यार है सबको रास
जो है बड़ा हीं खूबसूरत एहसास
हां जनाब प्यार है एक खूबसूरत एहसास
प्यार है एक खूबसूरत एहसास...
और कुछ नहीं
इसके बिना भी कुछ नहीं..यारों..
ना इसके आगे कुछ
ना इसके बाद कुछ
यारों इस दुनियां में है तो
सिर्फ़ प्यार और प्यार...
सिर्फ़ प्यार और प्यार...

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




