मौलिक रचना
हम तो यहां पर कविता पढ़ने आए थे
मगर तुमने लिखने का चस्का लगा दिया
लोगों की रचना पढ़कर खुश होने आए थे
मगर तुम ने तो हमको एक शायर बना दिया
हम तो यहां पर कुछ पल बिताने आए थे
मगर तुम ने तो हमको अब अपना बना लिया
हम तो फलक और जमीं को छूने आए थे
मगर तुमने तो हमें अब ख्वाबों में बुला लिया
हम तो जिन्दगी के खूबसूरत नशे में डूबे थे
मगर आपने तो हमको महफिल में बुला लिया
शुक्रिया आप सब का यही कहने आए थे
मगर तुमने तो हमें वाह कहने को बुला लिया
- अलबेली


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







