मेरे गीतों में गूंज तेरी रहें
मैं रहूं ना रहूं शान तेरी रहे
रग रग में रक्त कि बूंद कहे
तिरंगा मेरा, मेरा अभिमान रहे
मेरे बातों में ज़िक्र तेरा मिले
मैं जो सोचूं तो ख़्याल तेरा रहे
धन्य धन्य धरा मेरा सलाम रहें
मेरी आँखों को दर्शन तेरा रहे
जब भी जन्म मिले गोद तेरी रहें
मैं कुर्बानी दूं सेवा का मौका रहे
तुझ से बना पाला तूने स्मरण रहें
मैं जो भूलूं तो सजा देना तेरा हक रहे
अंत समय स्पंदन में होश रहे
देश मेरे तेरे चरणों में आहूति मेरी रहे