मेरी हिटलर दीदी ...
मेरी शरारतों पर
कभी हंसकर
तो कभी डांटकर
हमेशा मेरा साथ निभाया है ।
सर पर जैसे उसका हाथ
मेरे लिए मां पिता का साया है ।
कभी सादगी से परिपूर्ण
तो कभी selfie queen बन जाती है
पता नहीं कैसे वो मेरे
इतने नखरे उठाती है ।
थोड़ी सी अकडू जरूर है
पर मेरे लिए उसका प्यार भरपूर है ।
मेरी प्यारी बहना मेरे लिए
मेरा गुरूर है ।।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




