मेरी हिटलर दीदी ...
मेरी शरारतों पर
कभी हंसकर
तो कभी डांटकर
हमेशा मेरा साथ निभाया है ।
सर पर जैसे उसका हाथ
मेरे लिए मां पिता का साया है ।
कभी सादगी से परिपूर्ण
तो कभी selfie queen बन जाती है
पता नहीं कैसे वो मेरे
इतने नखरे उठाती है ।
थोड़ी सी अकडू जरूर है
पर मेरे लिए उसका प्यार भरपूर है ।
मेरी प्यारी बहना मेरे लिए
मेरा गुरूर है ।।