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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मम्मा दूर क्यों हो

मम्मा दूर क्यों हो पास आओ ना
आकर मुझे प्यार से सहलाओ ना
गालों पर मेरे मिठ्ठी दे जाओ ना
मम्मा दूर क्यों हो पास आओ ना
मैं थोड़ी भूखी हूं तुझसे रूठी हूं
मुझको ऐसे सताओ ना आओ मां
आकर अपने हाथों से एक निवाला
खिलाओ ना
मम्मा दूर क्यों हो पास आओ ना
लोरी सुना कर निंदिया को बुलाओ ना
थपकी देकर सपनो में ले जाओ ना
सोकर जब मैं उठूं आकर गले लगा
गोदी में उठा घुम्मी घुम्मी कराओ ना
मम्मा दूर क्यों हो पास आओ ना....
मौलिक रचना
✍️#अर्पिता पांडेय




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

Lekhram Yadav said

अर्पिता जी आपका प्रयास बहुत अच्छा है कोशिश करते रहिएगा और बेहतर परिणाम आने वाले हैं।

अर्पिता पांडेय replied

Thank you

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत खूबसूरती से लिखा है अर्पिता Mam, आपने माँ का सन्दर्भ आते ही रचना में चार चाँद लग जाते हैं ऊपर से आपकी कलम सुन्दर प्रस्तुति प्रणाम स्वीकार करें

अर्पिता पांडेय replied

Koti koti dhanyawad sir ji 🙏 sadar naman

वन्दना सूद said

माँ के प्रति आपकी भावनाएँ आपकी पंक्तियों में नज़र आती हैं 👏👏बहुत बढ़िया

अर्पिता पांडेय replied

Dhanyawad vandana Ji 🙏🙏

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