New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मजदूर मैं कहलाता हूं

मजदूर मै कहलाता हूँ

राहों पर चलता जाता हूँ
पत्थर तोड़ कर सड़क
मै बनाता हूँ
हड्डियाँ घिसता जाता हूँ
मजदूर मै कहलाता हूँ

धूप बरसा कुछ ना देखा
मौसम से अनजाना हूँ
लू के थपेड़े सहता जाता हूँ
मजदूर मै कहलाता हूँ

थोड़ा सा तन ढ़कता हूँ
मन मै आशा रखता हूँ
भूख सह मै जाता हूँ
ईमान नही बेच आता हूँ
मजदूर मै कहलाता हूँ

हर कोई मंजिल तक पहुँचे
राहें ऐसी बनाता हूँ
मेरी मंजिल है क्या
उसे खोज नही पाता हूँ
मजदूर मै कहलाता हूँ
मौलिक रचना
✍🏻#अर्पिता पांडेय




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

Bhushan Saahu said

भाव विभोर करने वाली रचना🥺🥺

Arpita pandey replied

Thank you

डॉ कृतिका सिंह said

Bahut khoob likha aapne

Arpita pandey replied

Shukriya ji

रमेश चंद्र said

Majdur na ho to jindgi m bahut kuch adhura hi rh jayega. Fir bhi ham log majdur ki kadr nahi krte. Bahut bdiya

Arpita pandey replied

Aapko meri yah poem pasand ayi iske liye dhanyavad sir

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत बढ़िया, एक मज़दूर की व्यथा प्रकट करती रचना.. बहुत खूब

Arpita pandey replied

Aapko dhanyawad 🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Is jahan me jeewant kaun hai karmath [Karm karte rahne waala], majdoor unme se ek hai aapne maulik roop me bahut sundar tarah se bayan kiya karmthta ko

Arpita pandey replied

Thank you sir 🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन