माँ बेटी की गुफ्तगू
एक दिन मेरी बेटी ने पूछा
आपको यकीन है न मुझ पे
कि मैं सक्षम वर ही ढूँढूँगी
आपके लिए सही दामाद ही लाऊँगी
कुछ देर सोचा मैंने
फिर मैं बोली
फिर मैं बोली
यकीन का तो क्या है न बिटिया
निन्यानवे प्रतिशत अरेंज मैरिज में राहु केतु ही जुड़ जाते हैं
देखभाल कर लगन करके भी उल्टी गति वाले ही पाते हैं
तू अपनी पसंद से जैसा भी ले आएगी
उस पर फिर मैं क्या गम करूँगी
गाड़ी सही चल गई तो एक प्रतिशत में आ जाएगी,नहीं तो बहुतों की तरह निन्यानवे प्रतिशत में शामिल हो जाएगी..
वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




