उनके होंठ गुलाबी है, और नजरे गुलाबी है,
फिर भी वो कहती है कि मेरी नियत में खराबी है,
मैं तो तुम्हारी मुलाकातों के लम्हों को याद रखता हूँ,
अपने बीच हुई बातों को भूल भी जाऊँ पर उन लहजों, लम्हों को याद रखता हूँ
----धर्म नाथ चौबे 'मधुकर'
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मैं तो तुम्हारी मुलाकातों के लम्हों को याद रखता हूँ,
अपने बीच हुई बातों को भूल भी जाऊँ पर उन लहजों, लम्हों को याद रखता हूँ
----धर्म नाथ चौबे 'मधुकर'