क्या नाम दूँ....
मेरे दिल में जगी एहसास से
कस्ती में बहती आवाज से,
हवा में उड़ती तितली से,
मेरे आसपास बिखरी खुशबू से,
इबादत की हस्ती से,
रूहों में समाई मुस्कान से,
हर पर बजती संगीत से,
पहाड़ों पर घूमती सुकून से,
मंदिर में होती जिसकी पूजा से,
तू ही बता क्या काम करूँ,
मैं तुम्हें क्या नाम दूँ, क्या नाम दूँ...।।
- सुप्रिया साहू