New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

किस-किस से करूँ

किस-किस से करूँ गिला सबने मतलब से याद किया
कभी-कभी सोचती हूं क्यूँ मैंने भी नहीं वैसा हीं किया

मगर संस्कार ऐसे कि अब तक ख़ुद को बदल न सकी
दिल से आवाज़ आती है भूल जा जिसने जैसा भी किया




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (11)

+

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

अपनी मौलिकता को नहीं छोड़ पाने एक अद्भुत गुण , जिसने जो भी गलतियां की,अगर हम भी वही करें तो फिर अंतर क्या रह जाएगा। श्रेयसी जी आपकी रचना खूबसूरत भावपूर्ण होती ही। वाह! सुंदर अभिव्यक्ति।

Supriya sahu said

बहुत खूबसूरत रचना मैम 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

श्रेयसी said

इतना अच्छा समझने के लिए मनोज जी बहुत-बहुत धन्यवाद आभार सादर प्रणाम 🙏🙏

श्रेयसी said

बहुत-बहुत आभार सादर प्रणाम 🙏🙏 सुप्रिया जी 🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत said

Haaye! Kya khoob jawab diya hai apne aisa karne wale sabhi logon ko maza aa gaya ... So beautiful lines 👏👌✍️ heart touching 👌🙏🙏😊

Shiv Charan Dass said

वाह. ..कोई गिला शिकवा नहीं अब

सुभाष कुमार यादव said

वाह! बहुत सुंदर रचना।👌👌🙏

श्रेयसी said

Many-many thanks Reena ji 🙏🙏

श्रेयसी said

बहुत-बहुत धन्यवाद आभार शिव जी, सुभाष जी सादर प्रणाम 🙏🙏

वन्दना सूद said

बहुत सुंदर रचना 👌👌👏👏संस्कार ही अद्भुत गहना है बाकी सब दिखावा

श्रेयसी said

बहुत-बहुत आभार वंदना जी 🙏🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन