चंद पल लेकर आना
तु कभी पूनम का चांद
तो कभी अमावस की रात बन जाएगा ।
मगर देखना जब भी मुड़ कर
तो मुझे अपने पीछे ही पाएगा
तू लगाना चाहे अवनि के अनवरत फेरे
मगर कभी न कभी लौटकर
मेरे पास भी आएगा ।
और जब आना मेरे पास
तो चंद खुशियों के पल लेके आना
बादलों में छिपकर नहीं
नभ में हजार तारों के साथ आना
कि ताकती रहूंगी मैं राह तेरी..!
अब की बार जब आना
तो पूनम वाली पूर्ण चमक लेके आना ।।
-तुलसी पटेल