कविता : स्वर्ग की रानी....
हे स्वर्ग की रानी
बड़ी मुस्कुराई हो
ये नरक में तुम
किस लिए आई हो ?
तुम को देखने को
यहां सभी लोग मरेंगे
तुम्हारे साथ ये
बहुत छेड़छाड़ करेंगे
तुम्हारी चिंता मुझे
बड़ा ही सता रहा
तुम्हें कैसे बचाऊं मैं
समझ नहीं पा रहा
तुम्हें कैसे बचाऊं मैं
समझ नहीं पा रहा.......
netra prasad gautam