दो प्रेमी जोड़ी एक एक पार्क में आ रहे
साथ साथ जीने मरने की कसम खा रहे
वहीं बैठ कर मजे में रह रहे
आपस में वह मीठी मीठी बातें कह रहे
इतने में गोमन सांप उनकी ओर बढ़ गया
एकदम से प्रेमिका के गर्दन पर चढ़ गया
ये देख उसका प्रेमी डर से थर थर कांपने लग गया
वह वहां से उसी बखत फटा फट से भाग गया
इधर प्रेमिका को गोमन सांप ने बेर कर कसने ही वाला था
जीव हिला हिला कर उसने उसको डसने ही वाला था
बेचारी प्रेमिका डर डर कर बहुत दुखी होने लगी
गोमन सांप को हाथ जोड़ सुबक सुबक रोने लगी
शायद उसको उस पर दया आया
डसना छोड़ कर गोमन सांप फटा फट चला गया
दौड़ कर ये देख उसका प्रेमी आ गया फट से
फिर उस से बोलने लगा झट से
शुक्र है तुम को बेर कर कसा नहीं
मैं किस्मत वाला हूं तुमें उसने डसा नहीं
जो हो गया सो हो गया बाहों में बाहें भरें
यार आओ आओ तुम और मैं अब तो प्यार करें
प्रेमिका - ये संसार में तेरे जैसा कमिना नहीं होगा कहीं
तेरे से तो अच्छा वह सांप था उसने मुझे डसा भी नहीं
प्यार तेरे से अब तो हरगिज नहीं कर सकती हूं
अरे हट..तुझको तो मैं सौ बार थूकती हूं
अरे हट..तुझको तो मैं सौ बार थूकती हूं.......
----नेत्र प्रसाद गौतम