कविता : सिलसिला....
जिंदगी में बीबी है
दिन रात अच्छे हैं
फिर बाद में जा कर
दोनों के ही बच्चे हैं
फिर बच्चों के
फिर बच्चे
कोई होंगे बुरे कोई
होंगे अच्छे
कभी बखत खराब
कभी बखत प्यारी है
ये सिलसिला यूं ही
चलती रहती जारी है
ये सिलसिला यूं ही
चलती रहती जारी है.......
netra prasad gautam