कविता : मोबाइल की लत....
मोबाइल एक
नंबर खास है
वो आज कल हर
किसी के पास है
सभी के शीर पर
चढ़ कर है
मां बाप से भी
वो बढ़ कर है
मोबाइल ने आदमी को
ऐसे जकड़ लिया है
उसने बीबी बच्चे दोस्त सभी
को तिलांजलि दे दिया है
मोबाइल का बहुत
क्रेज बढ़ गया है
मोबाइल तो आज सभी
को लत पड़ गया है
मोबाइल तो आज सभी
को लत पड़ गया है.......