कविता : जिंदगी जियो ऐसे....
चबाओगे नहीं तो
खाओगे कैसे ?
जाओगे नहीं तो
आओगे कैसे ?
दौड़ोगे नहीं तो
रुकोगे कैसे ?
खड़े ही रहोगे तो
झुकोगे कैसे ?
कदम चालोगे नहीं तो
चलोगे कैसे ?
मुंह खोलोगे नहीं तो
बोलोगे कैसे ?
नजर लगाओगे नहीं तो
दिखोगे कैसे ?
पढ़ोगे नहीं तो
लिखोगे कैसे ?
कमजोर रहोगे तो
लड़ोगे कैसे ?
सीढ़ी चढ़ोगे नहीं तो
आगे बढ़ोगे कैसे ?
चिंता फिकर करोगे नहीं तो
सोचोगे कैसे ?
पहले ही मरोगे तो
बाँचोगे कैसे ?
किसी भी काम पर
पीछे न हो जैसे
हर पल हर घड़ी
जिंदगी जियो ऐसे
हर पल हर घड़ी
जिंदगी जियो ऐसे.......