कविता : बुद्धू....
नजरों से हमने
तुम्हें दिल दिया
नजरों से ही हमने
तुम्हें प्यार किया
सब कुछ नजरों
से ही तो बताया
मगर ये बात तुम्हें
समझ ही न आया
तुम भिंडी हो कि
एक सडी कद्दू हो
अरे तुम कितनी
भोली और बुद्धू हो
अरे तुम कितनी
भोली और बुद्धू हो.......