कविता : बेकार जिंदगी....
नेता के लिए भ्रष्टाचार न हो तो
प्रेमियों के लिए प्यार न हो तो
जिंदगी बेकार है
भूखों के लिए खाना न हो तो
रहने के लिए ठिकाना न हो तो
जिंदगी बेकार है
प्यासों के लिए पानी न हो तो
बुजुर्गों के लिए जवानी न हो तो
जिंदगी बेकार है
अमीर के लिए ऐश न हो तो
गरीब के लिए कैश न हो तो
जिंदगी बेकार है
जिंदगी बेकार है.......