जो खुशी है एक बच्चे की तोतली आवाज में।
जाके ढूँढों ये मिलती नहीं किसी भी बाजार में।।1।।
दोस्ती दुश्मनी से परे होते हैं ये नन्हे फरिश्ते।
झूठी मासूमियत होती नहीं इनके अन्दाज में।।2।।
खुश होते हैं वो कितना इक छोटी सी जीत पर।
दिल की तंग गली होती नही इनके समाज में।।3।।
गाफिल हैं ये तुम्हारी मशीनी दुनिया से बेखबर।
बारिश पार करते हैं ये तो कागज के जहाज में।।4।।
कभी महसूस करना मुस्कान इनकी दिल से।
ऐसा लगता है ज़िन्दगी बड़ी आसाँ है संसार में।।5।।
कहते हैं खुदा का अक्स होता है इनके रूप में।
बनावट होती नहीं इनके किसी भी जज्बात में।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




