जीवन का सार
मानव जीवन को सार्थक बनाने की तीन नीति
ग्रंथों ने बताई जगत को
राम हृदय में ,मन दया में,तन सेवा में लीन रखना
तन मन धन से हर दिन सब पर करना उपकार
वाद-विवाद त्यागना नर देह का यही है सार
तन से पवित्र सेवा ,धन से पवित्र दान
मन से पवित्र हरी भजन यही है परम भक्ति का मार्ग ॥
वन्दना सूद