इतिहास गवाह है
जिस जिसने भी हमे दर्द दिया है,
उसका दुगना दर्द उसने पाया है।
जिस जिसने भी मेरा दिल दुखाया है,
आगे जाकर वो भी बहुत ही पछताया है।
इतिहास गवाह है
जिस जिसने भी मुझे रुसवा किया है,
उसकी दुगनी रुसवाई उसे मिली है।
जिस जिसने भी मुझसे नाता तोड़ा है,
आगे जाकर फिर उसी ने रिश्ता निभाने की
कोशिश की है।
इतिहास गवाह है
जिस जिसने भी मुझसे नफ़रत की है,
उससे दुगनी नफ़रत उसे इस दुनियां से मिली है।
जिस जिसने भी मुझ पर
बेबुनियाद इल्ज़ाम लगाए हैं,
उसी ने फिर उन इल्ज़ामों को मिटाया है।
इतिहास गवाह है
जिस जिसने भी मुझे तन्हा किया है,
उसे भी तन्हाई ही नसीब हुई है।
जिस जिसने भी मुझे बदनामी का
ताज पहनाया है,
इज़्ज़त उसे भी किसी से नहीं मिली है।
💐✍️ रीना कुमारी प्रजापत