इरादे अटल हो तो पत्थरों को चीर
ज़मीं से पौधे निकल आते हैं,
हज़ारों बंदिशों को तोड़ इंसान
हीरे से निखर जाते हैं।
इरादे अगर अटल हो तो कोई रोक नहीं सकता
तुम्हें आसमां छूने से,
खुले आसमां में पंख फैलाकर उड़ने से।
इरादे अटल हो तो तुम एक दिन किसी का
ताज बन जाओगे,
हर आम आदमी की कामयाबी का
राज़ बन जाओगे।
इरादे अटल हो तो दरिया भी समंदर से
जा मिलते हैं,
हर नदी,नाले एक दूसरे से आ मिलते हैं।
इरादे अटल हो तो दुनिया वाले तुम्हारा
कुछ नहीं बिगाड़ सकते,
ये तुम्हें बना सकते पर तुम्हें मिटा नहीं सकते।
"रीना कुमारी प्रजापत"
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




