हमारे लगते हो
गुस्से में आप बड़े प्यारे लगते हो, कुछ भी कहो आप हमारे लगते हो...।
चाँद-तारों से सौगातें रखते हो, भरी महफ़िल सनम हमारे लगते हो...।।
आँखों में चेहरा हमारे रखते हो, पर हमसे ही क्यों छुपाए रखते हो...।
दिल की बात दिल में दबाए रखते हो, हमारी तारीफ़ लोगों में बिछाए रखते हो...।।
बालों को हर पल सजाए रखते हो, हर समय कंघी घुमाए रखते हो...।
चेहरे पर मुस्कान बनाए रखते हो, हमें देख क्यों शर्माया करते हो...।।
जाने क्यों हमसे नजरें चुराया करते हो, चोरी-चोरी हमें ताकते रहते हो...।
लफ़्ज़ो में हमारा नाम छुपाए रखते हो, हमारा ही नाम ले बड़ा मुस्कुराया करते हो...।।
- सुप्रिया साहू