हालात से कभी डरना नहीं
हालात जैसे भी क्यों न हों
उनसे डर कर कभी हम भागे नहीं
थकना कभी सीखा नहीं
हारना हमें आता नहीं
जीवन का दूसरा नाम ही चुनौती है
जो कभी न कभी सबको आवाज़ देती है
केवल रूप और रंग बदलता है उसका
भागना उसे चाहिए उससे
जिसका मन झूठ ,छल ,कपट से ख़ाली नहीं है
थकता वही है
जो किसी के सहारे के बिना चल नहीं सकता
और हारता वही है
जिसे स्वयम् पर विश्वास नहीं है और जो दृढ़ निश्चयी नहीं है..
वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




