यह तो एक, शाश्वत फैक्ट है..
इंसान कब, पूर्ण परफेक्ट है..।
कभी सब कुछ, डांवाडोल तो..
कभी लगता, सब कुछ सैट है..।
मुस्कान का जवाब, मुस्कान हो..
इस पर क्यूं, अज़ीब रिएक्ट है..।
जुबां पर मुहब्बत, दिल में नफरत..
तारीफ़ के लायक, ये तेरा एक्ट है..।
माना वो सब करते हैं गलतियां बहुत..
फिर हम भी कहां, हर वक्त करेक्ट हैं..।
- पवन कुमार "क्षितिज"