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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

दोस्ती के मायने बदल गए

दिल पर जो दस्तक देते थे
ऐसे अपने दोस्त हुआ करते थे
मित्र बोले किसी को कोई
तो वो मन के मीत बन जाया करते थे
साथी है यह मेरा कह दिया किसी को
तो समझ लेना कि साथ निभाना जानता है
सहभागी बनाया किसी को
तो वो उम्र भर सुख दुख बाटेगा
सखा बना कोई
तो कृष्ण सुदामा ही कहलाएगा
If someone calls you a friend
Then he doesn’t need to say I need you

आज की आधुनिकता में सब बदल गया
दोस्त,मित्र,साथी हो
या हो फिर सहभागी,सखा,friend
वक्त गुज़ारने के कुछ चंद शब्द बन गए
ज़िन्दगी के यह अनमोल मोती बारिश की बूँदों के जैसे हो गए
जो कुछ पल धरती को सौंधी महक देकर मिट्टी में कहीं खो जाते हैं
हमारी ज़िन्दगी के यह सब अहम हिस्सा हुआ करते थे
रिश्ते निभाना,सुख-दुख बाँटना,मनाना-रूठना,समझौते करना सब इन्हीं से सीखते थे
हमारे उम्र के हर पड़ाव की नींव को मज़बूत बना दिया करते थे
दोस्ती के मायने क्या बदले
आज हर रिश्ते के मायने बदल गए
आज हर रिश्ता कच्चे धागे का हो गया ..
वन्दना सूद


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (1)

+

उपदेश कुमार शाक्यावार said

Very true...beautiful

वन्दना सूद replied

Thankyou sir 😊

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