दिल ये दिलदार ढूंढता है
कोई सच्चा प्यार ढूंढता है।
हैं यहां रिश्तें लेनी देनी की
यहां लेन देन से हीं
सबकुछ मिलता है।
ढूंढा हर गली हर ओर
सब जगह मिले
रिश्तों के चोर
जो हर बात की कीमत
वसूलतें हैं।
मिलकर गलें यारों
लोग खुद के हीं लोगों में
शूल घोपतें हैं।
ना कोई पछतावा
ना कोई प्रश्चित
कर गलती सीना तान चलतें हैं।
फिरभी सबकुछ लुटाकर अपना
ये दिल बेकरार घूमता है
दिल ये दुनियां की भीड़ में
सच्चा दिलदार ढूंढता है
दिल ये दुनियां की भीड़ में सच्चा
प्यार ढूंढता है...