दिल को मेरे यूं ऐसे ना सजा दिया करो,
क्या खबर क्या लिखा हो किस्मत में, तो कभी किए हुए वादे भी निभा लिया करो,
हां ठीक है जो दिल को अच्छा लगे उससे ताल्लुक ज़रा बढ़ा लिया करो,
मगर कुछ ख्याल मेरा भी रखना यूं ऐसे ना हर किसी से वफा किया करो..!
#कमलकांत घिरी ✍️