जब हम चलें तो तुम साथ चलना
जब तुम चलो तो हम साथ चलेंगे
न तुम आगे चलना न हम पीछे चलें
बस इतनी सी चाहत है ..
न स्वाभिमान हम रखें न अभिमान तुम रखना
न अभिमान हम रखेंगे न स्वाभिमान तुम रखना
त्याग की भावना लिए एक साथ चलें
बस इतनी सी चाहत है ..
कुछ ज़िम्मेदारियाँ तुम निभा लेना
कुछ ज़िम्मेदारियाँ हम उठा लेंगें
न हम ख़ामियाँ सुनाएँगे न तुम ख़ामियाँ देखना
बस दिल की इतनी सी चाहत है ..
वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




