New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

दिल हमारा दोस्तो

कापीराइट गीत

किस्मतों ने साथ जब छोड़ा हमारा दोस्तो
यार ने ही तोड़ डाला दिल हमारा दोस्तो

आज जब उनसे कहा मुझे प्यार तेरा चाहिए
झट से उस ने ये कहा जाइए अब जाइए
तोड़ कर वो चल दिए दिल हमारा दोस्तो
यार ने ही तोड़ डाला ...............

अपना था सारा जहां और सारी
बस्तियां
हो गया खामोश दिल खो गई सब मस्तियाँ

गर्दिशों में घिर गया ये दिल हमारा दोस्तो
यार ने ही तोड़ डाला ...............

साथ जब होते थे मेरे हर तरफ थी मस्तियाँ
डगमगाई हैं भंवर में आज दिल की कश्तियां
ढ़ा गई लहरें गजब ये डूबा शिकारा दोस्तो
यार ने ही तोड़ डाला ...............

आज अपने साथ हैं बस यादों की परछाइयां
हैं टूटे सपने साथ मेरे ये हर तरफ तन्हाइयां
क्या करे इस हाल में दिल बेचारा दोस्तो
यार ने ही तोड़ डाला ...............

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

फ़िज़ा said

Waah Yar ne hi Tod diya Dil Yar Ka..?

Lekhram Yadav replied

आदरणीय फ़िज़ा जी धन्यवाद सहित नमस्कार।

Arpita pandey said

Accha Geet hai Padh kar accha laga

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात अर्पिता पांडे जी आप को गीत अच्छा लगा मेरी मेहनत वसूल हुई। आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Pranam Yadav Sir bahut sundar aapne or Fiza ji ne sach m ek puraane mashhoor geet ki yaad dila di,,ab yah geet jo mashhoor ho chala hai🙏🙏

Lekhram Yadav replied

सर जी, आप सादर प्रणाम स्वीकार कीजिए मैं आपके चरणों की धूल मात्र हूं ।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन