देशभक्ति की लहर”
‘आज़ादी के ७८ अमृत महोत्सव’की लहर यूँ बहने लगी,
कि देशभक्ति की भावना पूरे देश में जाग उठी।
सज रहा है इस कदर देश मेरा आज,
कि हर घर, गली, हर इमारत ‘तिरंगे’के रंग में रंग रही हो आज ।
हवाओं ने भी क्या ख़ूबसूरती से पकड़ा है दामन हमारा,
कि जहाँ भी नज़र जाती,तिरंगा शान से लहरा रहा हमारा ।
बादल भी बरस रहे हैं आजकल ऐसे ,
कि धरती माँ को नयी ऊर्जा दे रहे हों जैसे ।
मज़हब की दीवारों से ऊपर उठकर सब “जय हिंद” का नारा लगा दो
तब ही आज हमारा देश ‘एकता के सूत्र’में बँधा नज़र आयगा।
घर घर में “हर घर तिरंगा” एक बार फिर से लहराता नज़र आयगा🇮🇳
विकसित भारत का ख्वाब दिल में लिए सारा हिंदुस्तान “स्वतंत्रता दिवस” मनाएगा 🌺जय हिन्द🌺
-वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
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