हौंसला खुद बढ़ा रही चिड़िया
घोंसला ख़ुद बना रही चिड़िया
अपने बच्चों का घर बसाने को
तिनका चुनके ला रही चिड़िया
लोग फटकार कर उड़ाते सभी
इनका क्या ये खा रही चिड़िया
अब घरों में वो चहचहाना गया
हमको जैसे चिड़ा रही चिड़िया
रोज दाना पानी रखा आंगन में
फिर भी नहीं आ रही चिड़िया
उसको घर मिट्टी के सुहाते हैं
अब जंगल में गा रही चिड़िया
हमने जबसे पेड़ काटे हैं सब
सिर्फ आंसू बहा रही चिड़िया. .

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




