छोड़कर आपको दूर जाने की ज़िद
आपको भी हमें ही मनाने की ज़िद
आपको चाहकर आपसे ही गिला
आपकी भी हमें ही सताने की ज़िद
आपके इश्क में डूबने की कसक
आपको आपसे ही मिलाने की ज़िद
आपसे दिल्लगी आपसे ही वफ़ा
आपको हर तरह आज़माने की ज़िद
आपकी याद में रात सोये नहीं
फिर सुबह आपको भूल जाने की जिद
____________©समीक्षा सिंह