बीती बातों को भूलना बेहतर
है विवादों को भूलना बेहतर।
बेवज़ह हमको परखने में लगीं
उन निगाहों को भूलना बेहतर।
मंजिलों का अता पता ही नहीं
उलझी राहों को भूलना बेहतर।
दिल में हैं दफ़न गहरे राज कई
अब गुनाहों को भूलना बेहतर I
दास जिनका नहीं जवाब कोई
उन सवालों को भूलना बेहतर।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




