कहीं बेरोजगार एक लड़का है
डिग्री क्लियर वह बहुत तगड़ा है
वह नोकरी के लिए एक कंपनी में जाता
आफीसर को अपना सटीपिकट दिखाता
लड़का-
सर मुझे नोकरी चाहिए
यहां पर काम पर लगाइए
आफीसर-
सटीपिकट देख बोलता आज जाओ
कल इसी बखत नोकरी पर आओ
"लड़का खुशी खुशी अपने घर को जाता
कल फिर वह उसी बखत कंपनी में आता"
आफीसर-
लड़के को बोलता देख कर
तुम जाओ अपने ही घर पर
उस नोकरी में एक लड़की को सेलेक्ट किया
यार तुम को मैंने रिजेक्ट किया
लड़का-
सर आपने मुझसे चीटिंग किया
मेरी नोकरी पर लड़की को फिटिंग किया...?
आफीसर -
अरे चुप बहुत जबरदस्त है
वह बड़ी मस्त है
लड़का-
उस लड़की को जानता हूं
उसे पहचानता हूं
मैं जेंट्स वह फीमेल है
मगर वह दसवीं कक्षा फेल है
आफीसर-
फेल है तो क्या वह कितना सुंदर है
उसके आगे तू कैसा बंदर है
लड़का -
लगता ऐसा उस लड़की से प्यार है
इसीलिए सटीपिकट... आप को मेरी बेकार है
आफीसर -
चल चल चल तू यहां से निकल
मैंने उसे रखा उसी को ही रखना है
तेरा वह सटीपीकट क्या मैंने चाटना है
तेरा वह सटीपीकट क्या मैंने चाटना है.....

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




